
चंडीगढ़, 14 मई 2025: हरियाणा सरकार ने प्रशिक्षित युवाओं को ज्यादा से ज्यादा नौकरियां दिलाने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की योजना के तहत राज्य में औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (ITI) के पाठ्यक्रम को अपडेट करने का फैसला किया गया है। इस बदलाव का मकसद युवाओं को आधुनिक नौकरियों के लिए तैयार करना है।
नए पाठ्यक्रम में क्या होगा खास?
गृह विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुमिता मिश्रा ने बताया कि नए पाठ्यक्रम में कई आधुनिक विषयों को जोड़ा जाएगा। इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), सॉफ्ट स्किल्स और उद्योग से जुड़े खास मॉड्यूल शामिल होंगे। इनके जरिए युवाओं को बुनियादी प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि वे आज के समय की नौकरियों के लिए पूरी तरह तैयार हो सकें।
क्यों जरूरी है यह बदलाव?
डॉ. सुमिता मिश्रा ने कहा कि पुराने पाठ्यक्रम में कुछ कमियां थीं, जिसके कारण ITI से प्रशिक्षण लेने वाले युवाओं को नौकरी पाने में दिक्कत होती थी। अब नए कोर्स के जरिए उद्योगों की जरूरतों के हिसाब से स्किल डेवलपमेंट पर ध्यान दिया जाएगा। इसके लिए पिछले प्लेसमेंट रिकॉर्ड की भी जांच की जा रही है ताकि यह समझा जा सके कि किन क्षेत्रों में सुधार की जरूरत है।
शिक्षकों को भी मिलेगा प्रशिक्षण
इसके साथ ही ITI के शिक्षकों को भी नए तौर-तरीकों से प्रशिक्षित करने की योजना है। जल्द ही एक राज्य-स्तरीय प्रशिक्षण सम्मेलन आयोजित किया जाएगा, जिसमें शिक्षकों को लेटेस्ट टेक्नोलॉजी और इंडस्ट्री की नई जरूरतों से अवगत कराया जाएगा। इससे स्टूडेंट्स को बेहतर मार्गदर्शन मिलेगा।
पोर्टल की जल्द होगी शुरुआत
इसके अलावा, सरकार एक खास पोर्टल भी तैयार कर रही है। इस पोर्टल पर इंडस्ट्री की जरूरत के हिसाब से स्किल्ड वर्कफोर्स की जानकारी रियल-टाइम में उपलब्ध होगी। इससे कंपनियों को सही टैलेंट ढूंढने में आसानी होगी और युवाओं को रोजगार के मौके बढ़ेंगे। हरियाणा सिंगल विंडो पोर्टल को हरियाणा सरल पोर्टल से भी जोड़ा जाएगा ताकि प्रक्रिया को और आसान बनाया जा सके।
यह कदम हरियाणा के युवाओं के लिए एक सुनहरा अवसर साबित हो सकता है। सरकार का लक्ष्य है कि ITI से प्रशिक्षण लेने वाले हर युवा को उसकी स्किल के हिसाब से नौकरी मिले। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि उनकी सरकार युवाओं के भविष्य को बेहतर बनाने के लिए लगातार काम कर रही है।