
चंडीगढ़, 17 मई 2025: हरियाणा सरकार ने मादक पदार्थों की तस्करी (Drug Trafficking) और नशे के दुरुपयोग (Drug Abuse) के खिलाफ अपनी लड़ाई को और मजबूत किया है। गृह विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुमिता मिश्रा (Dr. Sumita Mishra) ने इस बात की जानकारी दी कि राज्य सरकार ने इस जटिल समस्या से निपटने के लिए एक व्यापक रणनीति (Comprehensive Strategy) अपनाई है।
कानून, स्वास्थ्य और शिक्षा का एकीकरण
डॉ. सुमिता मिश्रा ने बताया कि हरियाणा सरकार ने नशे की समस्या को जड़ से खत्म करने के लिए कानून प्रवर्तन (Law Enforcement), सार्वजनिक स्वास्थ्य (Public Health), शिक्षा (Education) और सामुदायिक नेतृत्व (Community Leadership) को एक साथ जोड़ा है। यह रणनीति न केवल नशे की तस्करी को रोकने पर केंद्रित है, बल्कि लोगों को जागरूक करने और नशे की लत से पीड़ित लोगों के पुनर्वास (Rehabilitation) पर भी जोर देती है।
नशे के खिलाफ सख्त कार्रवाई
हरियाणा में नशे के खिलाफ चल रही इस मुहिम में सरकार ने सख्त कदम उठाए हैं। डॉ. मिश्रा ने कहा कि राज्य में मादक पदार्थों के अवैध कारोबार को रोकने के लिए पुलिस और प्रशासन लगातार सक्रिय हैं। इसके साथ ही, लोगों को नशे के खतरों के प्रति जागरूक करने के लिए विभिन्न अभियान भी चलाए जा रहे हैं।
डॉ. मिश्रा ने इस बात पर भी बल दिया कि नशे की समस्या से निपटने के लिए सामुदायिक भागीदारी (Community Participation) बेहद जरूरी है। सरकार का मानना है कि जब तक समाज एकजुट होकर इस लड़ाई में शामिल नहीं होगा, तब तक इस समस्या का पूरी तरह समाधान संभव नहीं है।
हरियाणा सरकार की यह पहल नशा मुक्त हरियाणा (Drug-Free Haryana) के सपने को साकार करने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। आने वाले दिनों में इस रणनीति के तहत और भी सख्त कदम उठाए जाने की उम्मीद है।