हरियाणा में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा: जठेरी गांव में 53 एकड़ पर पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत

चंडीगढ़, 16 मई 2025: हरियाणा सरकार ने किसानों को सशक्त बनाने और सतत कृषि (Sustainable Agriculture) को बढ़ावा देने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने पुंडरी के जठेरी गांव में 53 एकड़ सरकारी कृषि भूमि पर प्राकृतिक खेती (Natural Farming) के एक पायलट प्रोजेक्ट को मंजूरी दी है। इस पहल का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण-अनुकूल खेती को बढ़ावा देना और मिट्टी की उर्वरता (Soil Fertility) में सुधार करना है।
प्राकृतिक खेती के लिए मॉडल बनेगा प्रोजेक्ट
यह पायलट प्रोजेक्ट न केवल मिट्टी की उपजाऊ क्षमता को बढ़ाने में मदद करेगा, बल्कि यह पूरे राज्य में प्राकृतिक खेती के लिए एक मॉडल (Model) के रूप में भी काम करेगा। हरियाणा सरकार का यह कदम कृषि क्षेत्र को अधिक टिकाऊ (Sustainable) और लाभकारी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है। इस परियोजना के तहत रासायनिक खादों और कीटनाशकों के उपयोग को कम कर प्राकृतिक संसाधनों का बेहतर उपयोग किया जाएगा।
किसानों के लिए लाभकारी पहल
इस प्रोजेक्ट से किसानों को कई तरह से फायदा होगा। प्राकृतिक खेती के जरिए उत्पादन लागत (Production Cost) में कमी आएगी और मिट्टी की सेहत (Soil Health) में सुधार होगा। इसके अलावा, यह पहल पर्यावरण संरक्षण (Environmental Conservation) को भी बढ़ावा देगी, जिससे किसानों को लंबे समय तक स्थायी लाभ मिल सकेगा।
सरकार की प्रतिबद्धता
हरियाणा सरकार ने इस परियोजना के जरिए यह संदेश दिया है कि वह किसानों के कल्याण और सतत विकास (Sustainable Development) के लिए प्रतिबद्ध है। यह कदम राज्य में कृषि के क्षेत्र में एक नई क्रांति लाने की दिशा में अहम साबित हो सकता है।इस पहल को लेकर सरकार और स्थानीय प्रशासन ने कार्य शुरू कर दिया है, और जल्द ही इसके सकारात्मक परिणाम देखने की उम्मीद है।