
डबवाली, 15 मई 2025: हरियाणा के डबवाली (Dabwali) में सड़क हादसों (Road Accidents) की जानकारी को तेजी से और सही तरीके से दर्ज करने के लिए एक खास ट्रेनिंग प्रोग्राम का आयोजन किया गया।
इस प्रोग्राम में पुलिस अधिकारियों को एकीकृत डिजिटल सिस्टम ई-डार (e-Detailed Accident Report) एप और वेब पोर्टल (Web Portal) के बारे में बताया गया। यह कदम सड़क हादसों की रिपोर्टिंग को आसान और पारदर्शी बनाने के लिए उठाया गया है।
क्या है ई-डार (e-DAR) एप?
ई-डार (e-DAR) एक ऐसी डिजिटल प्रणाली है, जो सड़क हादसों से जुड़ी जानकारी को तुरंत दर्ज करने में मदद करती है। यह एप इंटीग्रेटेड रोड एक्सीडेंट डेटाबेस (Integrated Road Accident Database – iRAD) प्रोजेक्ट का हिस्सा है।
इसका मकसद हादसों की सही जानकारी जुटाकर पीड़ितों के परिवारों को जल्द से जल्द मुआवजा (Compensation) दिलाना और सड़क सुरक्षा (Road Safety) को बेहतर बनाना है। इस एप के जरिए पुलिस अधिकारी हादसे की जगह पर ही अपने मोबाइल फोन से सारी डिटेल्स दर्ज कर सकते हैं।
ट्रेनिंग में किसे शामिल किया गया?
डबवाली में आयोजित इस ट्रेनिंग प्रोग्राम में नेशनल इन्फॉर्मेटिक्स सेंटर (National Informatics Centre – NIC) के अधिकारियों ने हिस्सा लिया। उन्होंने थाना प्रभारी (Station House Officers), जांच अधिकारी (Investigating Officers) और पुलिस विभाग के कंप्यूटर ऑपरेटर (Computer Operators) को इस एप का इस्तेमाल सिखाया।
ट्रेनिंग के दौरान बताया गया कि कैसे इस एप और वेब पोर्टल के जरिए हादसों की जानकारी को सही और तेजी से सिस्टम में अपलोड किया जा सकता है।
सड़क हादसों को रोकने में मिलेगी मदद
यह पहल केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय (Ministry of Road Transport) की ओर से शुरू की गई है। इसका मुख्य उद्देश्य देशभर में सड़क हादसों का एक व्यापक डेटाबेस (National Database) तैयार करना है। इस डेटा का विश्लेषण (Data Analytics) करके सड़क सुरक्षा के लिए नई नीतियां (Policies) और रणनीतियां (Strategies) बनाई जाएंगी।
डबवाली में हुई इस ट्रेनिंग को हरियाणा सरकार (Haryana Government) और पुलिस विभाग (Police Department) की ओर से सड़क हादसों को कम करने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है।
हरियाणा सरकार का समर्थन
इस प्रोग्राम को हरियाणा के मुख्यमंत्री (Chief Minister) नायब सैनी (Nayab Saini) और सूचना, जनसंपर्क विभाग (DIPR Haryana) का पूरा समर्थन मिल रहा है। अधिकारियों का कहना है कि इस तरह की डिजिटल पहल से न सिर्फ हादसों की सही जानकारी मिलेगी, बल्कि सड़क सुरक्षा को लेकर जागरूकता (Awareness) भी बढ़ेगी।
यह ट्रेनिंग प्रोग्राम सड़क हादसों से निपटने और सड़क सुरक्षा को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। आने वाले दिनों में इस एप के इस्तेमाल से हादसों की रिपोर्टिंग में और तेजी आएगी।