अनुसूचित जाति के बेरोजगारों को मिलेगा विशेष अनुदान, मत्स्य पालन विभाग ने शुरू की पहल

हिसार, 17 मई 2025: हरियाणा के हिसार जिले में अनुसूचित जाति (Scheduled Caste) के बेरोजगार युवाओं के आर्थिक उत्थान के लिए मत्स्य पालन विभाग (Fisheries Department) ने एक खास पहल शुरू की है। इस योजना के तहत बेरोजगारों को विशेष अनुदान (Special Grant) दिया जाएगा, ताकि वे मत्स्य पालन के क्षेत्र में स्वरोजगार (Self-Employment) शुरू कर सकें। यह जानकारी डीआईपीआरओ हिसार (DIPRO Hisar) ने अपने आधिकारिक एक्स पोस्ट के जरिए दी है।
मत्स्य पालन से होगा आर्थिक सशक्तिकरण
डीआईपीआरओ हिसार के अनुसार मत्स्य पालन विभाग की इस योजना का मुख्य उद्देश्य अनुसूचित जाति के उन लोगों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है, जो बेरोजगारी (Unemployment) की समस्या से जूझ रहे हैं। इस अनुदान के जरिए लाभार्थी मत्स्य पालन से जुड़े व्यवसाय शुरू कर सकते हैं, जिससे उनकी आय में वृद्धि होगी और वे आत्मनिर्भर (Self-Reliant) बन सकेंगे। यह योजना हरियाणा सरकार की उन पहलों का हिस्सा है, जो सामाजिक और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को मुख्यधारा में लाने के लिए काम कर रही हैं।
कैसे मिलेगा अनुदान?
हालांकि हिसार डिप्रो की ओर से अभी एक्स पोस्ट में दी जानकारी में अनुदान की राशि और आवेदन प्रक्रिया (Application Process) की विस्तृत जानकारी नहीं दी है लेकिन माना जा रहा है कि इच्छुक लाभार्थी मत्स्य पालन विभाग या जिला प्रशासन (District Administration) से संपर्क कर इस योजना का लाभ उठा सकते हैं। डीआईपीआरओ हिसार ने इस पहल को #DIPRHaryana और #Hisar जैसे हैशटैग के साथ साझा किया है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इस योजना के बारे में जान सकें।
हरियाणा सरकार (Haryana Government) लंबे समय से अनुसूचित जाति और अन्य पिछड़े वर्गों के लिए विभिन्न योजनाएं चला रही है। मत्स्य पालन विभाग की यह पहल भी उसी दिशा में एक कदम है, जो बेरोजगार युवाओं को न केवल आर्थिक सहायता देगी, बल्कि उन्हें एक स्थायी आजीविका (Sustainable Livelihood) का जरिया भी प्रदान करेगी।