मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी (Nayab Singh Saini) ने युवाओं को दी भारतीय संस्कृति (Indian Culture) अपनाने की सलाह

गुरुग्राम (Gurugram), 16 मई 2025: हरियाणा (Haryana) के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी (Nayab Singh Saini) ने युवाओं से भारतीय संस्कृति (Indian Culture) को अपने जीवन में अपनाने की अपील की है। उन्होंने कहा कि आज के मोबाइल और सोशल मीडिया (Social Media) के दौर में युवा पीढ़ी को आधुनिकता की दौड़ में अपनी जड़ों से दूर नहीं होना चाहिए। यह बात उन्होंने गुरुग्राम में आयोजित एक कार्यक्रम में कही।
श्री कृष्ण कृपा प्रेरणा उत्सव में की शिरकत
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी (Nayab Singh Saini) ने गुरुग्राम में गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद (Swami Gyananand) के जन्मदिवस पर आयोजित श्री कृष्ण कृपा प्रेरणा उत्सव (Shri Krishna Kripa Prerna Utsav) में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने दीप प्रज्वलन (Deep Prajwalan) कर कार्यक्रम की शुरुआत की और बड़ी संख्या में मौजूद लोगों को संबोधित किया।
युवाओं को दिया आध्यात्मिक ज्ञान का संदेश
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा, “आज की युवा पीढ़ी को आधुनिकता (Modernity) और अपनी संस्कृति (Culture) के बीच संतुलन बनाना चाहिए। इसके लिए उन्हें आध्यात्मिक ज्ञान (Spiritual Knowledge) और भगवान श्री कृष्ण (Lord Krishna) के कर्म के संदेश को अपनाना होगा।” उन्होंने यह भी कहा कि हमारा लक्ष्य है कि आने वाली पीढ़ियां भारतीय संस्कृति (Indian Culture) को सिर्फ किताबों में नहीं, बल्कि अपने जीवन में भी आत्मसात करें।
स्वामी ज्ञानानंद की सराहना
मुख्यमंत्री ने स्वामी ज्ञानानंद (Swami Gyananand) की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने भगवद् गीता (Bhagavad Gita) के ज्ञान को आम लोगों तक पहुंचाने का बड़ा काम किया है। स्वामी ज्ञानानंद ने गीता (Gita) की व्याख्या कर कई लोगों को प्रेरित किया है और भारतीय संस्कृति (Indian Culture) को बढ़ावा देने में अहम योगदान दिया है।
भव्य आयोजन में उमड़ी भीड़
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। मंच को भव्य तरीके से सजाया गया था और रात के समय रोशनी से पूरा इलाका जगमगा रहा था। इस मौके पर कई साधु-संत (Saints) भी मौजूद थे, जिन्होंने मुख्यमंत्री के साथ मिलकर इस खास अवसर को यादगार बनाया।हरियाणा जनसंपर्क विभाग (DIPR Haryana) ने इस कार्यक्रम की तस्वीरें और जानकारी अपने आधिकारिक एक्स (X) हैंडल पर साझा की। विभाग ने बताया कि यह आयोजन भारतीय संस्कृति (Indian Culture) को बढ़ावा देने और युवाओं को प्रेरित करने के लिए किया गया था।